इसरो का SpaDeX मिशन तीसरी बार टला, आखिर क्या है वजह
इसरो का SpaDeX प्रोजेक्ट अपने लक्ष्य के करीब पहुंचने के बाद भी मिशन को पूरा नहीं कर पाया। आज ये तीसरी कोशिश थी। इससे पहले भी डॉकिंग प्रोसेस को दो बार टालना पड़ा था।


Sanjay Purohit
Created AT: 12 जनवरी 2025
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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (SpaDeX) प्रोजेक्ट अपने लक्ष्य के बिल्कुल करीब पहुंचने के बाद भी मिशन को पूरा नहीं कर पाया। ISRO ने बताया कि दोनों सैटेलाइट्स की दूरी को 15 मीटर से 3 मीटर तक लाने की कोशिश सफल रही, जिसके बाद दोनों सैटेलाइट्स को एक दूसरे से दूर कर दिया गया है। अब डाटा विश्लेषण के बाद डॉकिंग की कोशिश की जाएगी। आज ये तीसरी कोशिश थी। इससे पहले भी डॉकिंग प्रोसेस को दो बार टालना पड़ गया था।
डॉकिंग की तीसरी कोशिश
अंतरिक्ष में दो सैटेलाइट्स को आपस में जोड़ने की जटिल प्रक्रिया को स्पेस डॉकिंग कहा जाता है। डॉकिंग की ये तीसरी कोशिश शनिवार आधी रात के बाद शुरू हुई, जिसके तहत स्लो ड्रिफ्ट तकनीक का इस्तेमाल करते हुए दोनों सैटेलाइट्स के बीच की दूरी महज 15 मीटर लाया गया। उस समय ISRO ने कहा कि दोनों सैटेलाइट्स एक दूसरे से मिलन को तैयार हैं। 9 जनवरी को किए गए प्रयास के तहत जब दोनों सैटेलाइट्स के बीच की दूरी 230 मीटर थी, तभी सैटेलाइट का ड्रिफ्ट यानी भटकाव उम्मीद से ज्यादा हो गया और मिशन को टालना पड़ गया था।क्यों रोकी गई डॉकिंग प्रक्रिया?
आज तड़के जब दोनों सैटेलाइट्स की बीच की दूरी 15 मीटर रह गई, तब पूरा देश ये उम्मीद करने लगा कि इस बार डॉकिंग सफल रहेगी। कुछ देर तक इस पोजीशन पर सैटेलाइट्स को होल्ड किया गया। दोनों सैटेलाइट्स से एक दूसरे की तस्वीरें और वीडियो बनाया गया, जिसके बाद अगले पड़ाव की कोशिश शुरू हो गई। सैटेलाइट्स को 15 से 3 मीटर की दूरी पर लाया गया, तभी कुछ गड़बड़ी हुई और दोनों सैटेलाइट्स को एक दूसरे से सुरक्षित दूरी तक ले जाया गया।ये भी पढ़ें
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